*लक्ष्यहीन जीवन , बगैर लक्ष्य की समुद्र में डोलती भटकती नाव जैसा है...*
*जीवन में सही लक्ष्य का होना ज़रूरी है सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए*
जब आप सुबह घर से निकलते हैं तो आपको पता होता है कि आपको कहाँ जाना है और आप वहां पहुँचते हैं , सोचिये अगर आपको यह नहीं पता हो कि आप को कहाँ जाना है तो भला आप क्या करेंगे?
इधर उधर भटकने में ही समय व्यर्थ हो जायेगा.
*इसी तरह इस जीवन में भी यदि आपने अपने लिए लक्ष्य नहीं बनाये हैं तो आपकी ज़िन्दगी तो चलती रहेगी पर जब आप बाद में पीछे मुड़ कर देखेंगे तो शायद आपको पछतावा हो कि आपने कुछ खास achieve नहीं किया!!*
*लक्ष्य व्यक्ति को एक सही दिशा देता है. उसे बताता है कि कौन सा काम उसके लिए जरूरी है और कौन सा नहीं.*
*👉🏻यदि goals clear हों तो हम उसके मुताबिक अपने आप को तैयार करते हैं. हमारा subconscious mind हमें उसी के अनुसार act करने के लिए प्रेरित करता है. दिमाग में लक्ष्य साफ़ हो तो उसे पाने के रास्ते भी साफ़ नज़र आने लगते हैं और इंसान उसी दिशा में अपने कदम बढा देता है.*
*दुनियाभर में सभी सफल लोग इस प्रकार के सपने देखते हैं और इनको पाने का लक्ष्य बनाते हैं। और अपनी बुद्धि,ऊर्जा और जूनून से इन सबको पाने में कामयाब हो जाते हैं , वे एक्स्ट्रा ओर्डिनरी लोग बन जाते हैं और समाज में सफलतम लोगों में गिने जाते हैं, दूसरों के रोल माडल बन जाते हैं।*
👉🏻आप भी इनमें सबको या जितना हो सके , अपना लक्ष्य बनायें और इस एक बार मिलने वाले जीवन को अविस्मरणीय बनाकर जीवन का आनंद लीजिये-
*1- मनपसंद इनकम और धन संपत्ति।यानी आर्थिक आजादी, समृध्दी*।(इसके बगैर हमारी जिंदगी दूसरों के रहमोकरम पर रहने लगती और आर्थिक संकट का कारण यही होता है)
*2- मनपसंद तरीके से समय बिताने की आजादी।*
(हमारा मन तो करता है कुछ और करने के लिये लेकिन मजबूरी में करते कुछ और हैं, ऐसा क्या किया जाय कि मुझे मनपसंद काम करने के लिये समय की कमी न रहे)
*3- अपना और परिवार में सभी परिजनों का अच्छा स्वास्थ्य।*
(सेहत के बारें हम फिक्रमंद तब होते हैं जब सेहत खराब हो जाती है, ऐसा क्या किया जाय कि किसी की सेहत कभी खराब होने की नौबत ही न आये )
*4- सुरक्षित भविष्य ।*
(क्या भविष्य में भी काम ठीक चलता रहेगा ? क्या तब भी इनकम आ सकेगी अगर काम न हो पाये या किसी अनहोनी की स्थिति में मुझे या मेरी फैमिली को किसी के आगे हाथ फैलाना पड़े)
*5- समाज सेवा ।*
( अगर ज्यादा साधन होते तो मैं और बेहतरीन समाज की सेवा कर सकता, ज्यादा समृद्धी ज्यादा समाज सेवा)
*6- मान सम्मान*
( क्या मुझे सचमुच में लोग मन से सम्मान देते हैं या अपना काम निकलने के लिये चापलूसी करते हैं?
मेरी आने वाली पीढ़ियाँ, दूसरे लोग, समाज मुझे किस तरह के इंसान के रूप में मुझे याद रखना चाहेंगे?क्या मैं वैसे काम कृ रहा हूँ जिससें मैं मनचाहा मान सम्मान पा सकूँ?)
और भी वह सबकुछ जो आप इसके अलावा पाना चाहते हैं।
*याद रखिये ,आप वही बन जाते हैं जो आप सोचते हैं, आप जो हैं,जैसे हैं उसका 99% कारण आप ही हैं दूसरे केवल कारण केवल 1% ही होते हैं...*
दुनिया में सभी सफल मृत या जीवित व्यक्तियों की कहानी देखिये, सुनिये, आपको यही बात पता लगेगी...
आप अपने मन की बात मुझसे शेयर कर सकते हैं
आपका शुभाकांक्षी..
रवींद्र भट्ट
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