Share via Whatsapp

Aug 13, 2017

सोच -Thought Process

सोच -Thought Process-

हर व्यक्ति का जीवन अपने आस पास के माहौल से बहुत प्रभावित होता रहता है ।लेकिन एक  बात से उसके जीवन की दशा और दिशा तय होती है, वह है उसकी सोच । यानी उसकी सोच किस प्रकार की है ।
सोच किसी विरासत की मोहताज नही होती है ,लेकिन कुछ बातें हमारी सोच को पूरी तरह से बदल भी देती है ।
हम अपने जीवन को किस तरह जीना चाहते हैं यह हमारी सोच से निर्धारित होता है, सोच हमारी कर्मों को आकार देती है। कर्म ही फलदाता हैं।
सोचना एक स्वाभाविक प्रकृति है और किस प्रकार की सोच बनानी चाहिये, यह एक कला है ।
दुनिया में सभी महान व्यक्तियों की सफलता उनकी सोच का परिणाम है ।
यह एक सोच का परिणाम था कि एक राजकुमार ,राजपाट छोड़कर जीवन के रहस्य को समझने कठिन तपस्या करने चल पड़ा। उस महान आत्मा को दुनिया महात्मा बुद्ध के नाम से जानती है ।
एक बालक शिवलिंग को एक छोटे से चूहे से अपनी सुरक्षा न कर पाते देखकर , अपनी सोच को उस ऊँचाई पर ले जाता है ,जिसने अंधविश्वासों की दीवारों को गिराकर अपना नाम अमर कर दिया- महर्षि दयानंद सरस्वती के नाम से ।
ईश्वर को समझने की जिग्यासा को शांत करने की धुन मे एक बालक अपने गुरू स्वामी रामतीर्थ से भगवान को दिखाने की जिद, उस बालक की सोच इस तरह बदल जाती है कि वह बालक को दुनिया महान चिंतक , ग्यानवान स्वामी विवेकानंद के जानती है ।

ऐसे अनेक उदाहरण है , जहाँ सोचने के कारण उस व्यक्ति की जीवन ऊज्जवल बन कर अमर और करोडो़ लोगों के जीवन को दिशा और दशा देने में समर्थ बन गया 
सोच किसी की अमीरी, गरीबी, शिक्षा, अशिक्षा की मोहताज नहीं है ।
महर्षि बाल्मिकी, कालीदास , तुलसीदास, कबीर, अब्दुल कलाम आजाद आदि लोगों का जीवन परिचय किसी परिचय का मोहताज नहीं है ।

आप क्या और कैसे जीवन के स्वामी बनना चाहते हैं यह केवल आपकी सोच से निर्धारित होता है । 
अगर आपने अपने जीवन को सोच के खाँचे में फिट कर दिया है ,तो उसेआगे ले जाने का काम आपकी कल्पना के पंख , आपके ग्यान की सवारी करेगी ।

अगर अभी तक सोचा नहीं है तो यह बड़ी विकट स्थिति वैसी ही जैसे एक जहाज अपने समुद्र पत्तन से चल तो पड़ा है पर मंजिल का पता नहीं है ।

ऐसे में वह जहाज समुद्र में इधर उधर चक्कर ही लगाता रहेगा पर कभी भी मंजिल पता न होने से भटकता रहेगा ।
आज ज्यादातर लोगों का जीवन ऐसे ही है , कोई ठोस सोच, मंजिल , योजना न होने के कारण , एक सफल ,संपूर्ण समृध्द जीवन जी नहीं पाते है ।

शेष  अगली बार....
आपका शुभाकाक्षीं....

No comments:

सही शुरुआत कैसे करें । How to start in Right Manner

“एक नयी शुरुआत” – जरूर पढ़ें यह लेख आपकी जिंदगी बदल सकता हैं (Rules of Success) जीवन (Life) में हमारे पास अपने लिए मात्र 3500 दिन (9 वर्ष व 6...