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Jun 24, 2018

Why Income Inequality is Out of Control?

Income Inequality Out of Control


Income inequality historically leads to populism, nationalism and war. Help us put an end to this vicious cycle. Here is why income inequality is out of control:


 The 8 wealthiest people in the world OWN MORE WEALTH than 50% of the world's population combined, that's 3.75 billion people!!!


 The 1% richest people today have MORE WEALTH than all the other 99% of the planet's population.


 The wealth of the bottom 50% dropped by 41% between 2010 and 2015, whereas the wealth of the richest 62 people increased by $500 billion to $1.76 trillion, which is half of the world's wealth!!!


 1 in 9 people worldwide doesn't have enough to eat and more than 1 billion people live on less than $1.25 a day.


 The average wage of a CEO is 380 times bigger than the average employee wage.


 The United States has the highest income inequality among western industrialized nations and 76% of Americans live paycheck to paycheck. Moreover, the top 0.1% of American households have the same amount of wealth as the bottom 90%.


 America's 4 wealthiest households own as much as the bottom 40% (128 million people!).


 In USA, the share of wealth held by the top 3%rose from 44.8% in 1989 to 51.8% in 2007 and 54.4% in 2013, while the share held by the bottom 90% fell from 33.2% in 1989 to 24.7% in 2013.


 In the past decade, income concentration returned to the levels of the 1920s and presently private capital in the hands of billionaires represents 9% of global GDP compared to 3% 20 years ago.


 In India, the 15 richest people have more wealth than half of the Indian population, that's 650 million people!


 In Japan, the number of families with no savings grew from 5% in the 1980's to 30% in 2016!


 In the UK, 6.5 million households don't have enough savings to last them for 1 month. Did this cause Brexit?


 The annual increase in wealth of the richest 1,000 people in Britain (£28.508 billion) could pay 20 years' worth of grocery bills for all of the UK's users of food banks or it could pay a year's rent for over 3 million households.


 The richest 1% of Brazil's population have the same household income as the bottom 50%, that's almost 80 million Brazilians!


 Russia is one of the most unequal major economies in the world, with 62% of its wealth being held by 127,000 millionaires and 26% by 77 billionaires! This means there's only 12% of the country's wealth left for all the rest of Russians.


 The richest 20% of Romanians earn 8.3 times more than the poorest 20%.


 According to the World Bank, Colombia has the highest income inequality in the world outside of Africa and is only surpassed by 9 African nations.


 In China, more than one-third of all wealth is concentrated in the top 1 percent, while the majority of the population remains struggling despite strong economic growth.


 Almost 60% of the bottom 20% youth population (aged 20–24 years) in sub-Sahara Africahave fewer than 4 years of schooling, whereas in the top 20% youth population only 15% youngsters are in this situation.




Jun 23, 2018

सोशल मीडिया- नया दौर | Power of Social Media


दोस्तों,
बात बहुत महत्वपूर्ण है इसलिये आप इस लेख को ध्यान से पढ़ना और कोशिश करें कि पढ़ते समय किसी प्रकार से आपका ध्यान भटके नहीं, क्योंंकि ऐसा होने पर आपका नुकसान हो सकता है।

आज की मार्डन दुनिया में काम करने और करवाने के तरीकों में बहुत बदलाव आ चुके हैंं और बहुत तेजी से नये नये तरीके आते जा रहे हैं। इतनी तेजी से हर कोई अपने आप को ढाल भी नही पा रहे हैं, जिसका नुकसान स्टुडेंट से लेकर बेरोजगार, नौकरी ,बिजनेस करने वाले सभी को हो रहा है।

स्टडी करने के साथ साथ या बाद में हर किसी का उदेश्य अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिये इनकम कमाना ही होता है, जिसमेंं समय समय  पर बदलाव आते रहते हैं,जो कई बार तनाव का कारण भी बन जाते हैं और इन सब बातों का असर उसकी लाइफ और फैमिली के साथ साथ  काम धंधे पर भी पड़ता है।

नौकरी या बिजनेस करने वाले को अपनी नौकरी या बिजनेस में समय के अनुसार बदलाव भी करने पड़ते  हैंं ,न करने पर  रिस्क और ज्यादा बढ़ सकता है ,जिससे हर कोई बचना चाहता है।

टैक्नोलाजी का लगातार बढ़ता इस्तेमाल ऐसा ही एक बदलाव है। वर्तमान में टैक्लोनाजी की मदद के बिना कोई नौकरी या बिजनेस चलाना लगभग नामुमकिन सा हो गया है। आज जिसके हाथ में इंटरनेट और स्मार्ट फोन है वह रोजाना 2-3 घंटे कुछ न कुछ करता ही रहता है।

कई लोग इस तकनीक का बहुत अच्छे से इस्तेमाल करके अपनी लाइफ को और भी आसान  और फायनेनशियली बेहतर बना रहे हैं,जबकि ज्यादातर लोग जाने अनजाने में इन शानदार मौको को पहचान नहीं पाते हैं।

चाहे फेसबुक हो या  यूट्यूब, इंटरनेट,व्हाट्सऐप या कुछ और सभी में रोजाना हर कोई काफी वक्त लगाते हैं।

आपको जानकर बड़ी हैरत होगी कि इन सभी प्लेटफार्म्स से हर कोई अपनी स्टडी, नौकरी या बिजनेस में तरक्की पा सकता है। बहुत कुछ और भी पा सकता है अगर किसी को इन टैक्नोलाजी का सही जानकारी  और इस्तेमाल करने का तरीका समझ में आ जाय,नहीं तो पुराने तरीकों  से काम करने के नुकसान होते रहेगें और इस तेज दुनिया में हमेशा पीछे ही रह जायेंगे।

सोशल मीडिया आज हर स्मार्ट फोन रखने वाले इंसान की डेली लाइफ का हिस्सा बन गया है, रोजाना 1-3 घंटे इसमें बिताता है ।
सोशल मीडिया में मुख्यतया जो प्लेटफार्म ज्यादातर लोग ईस्तेमाल करते हैं, वे हैं-

व्हाट्सएप,

फेसबुक,

ट्विटर,

लिंक्डइन,

गूगल प्लस।

ज्यादातर लोग रोजाना इनमें से 2 या 3  से या अधिक प्लेटफार्म पर सक्रिय रहते हैं,जिनसे कोई खास फायदा नही होता है बल्कि समय और धन का नुकसान ही होता है ,तनाव का भी कारण बन रहा है जिसका असर धीरे धीरे फैमिली लाइफ पर पड़ना शुरु होने लगता है ।
जो लोग सोशल मीडिया की ताकत को जानते हैं वे इसका फायदा अपने बिजनेस , नौकरी आदि में उठाते हैं।सबसे ज्यादा फायदे तो वो लोग उठाते हैं जो अपनी सोशल मीडिया की गतिविधियों को अलग ढंग से करते हैं जो उनको जमीन आसमान अंतर  जितना बड़ा रिजल्ट देते हैं। जो काम आप हम ऊपर बताये सोशल मीडिया चैनल्स में करते हैं ,ठीक वही काम ये स्मार्ट लोग उन खास सोशल मीडिया चैनल्स पर करते हैं जो उनको बहुत अच्छी  इनकम भी देते हैं एज ए बाई प्रोडक्ट ... 
ऐसे सोशल मीडिया चैनल्स को हम अल्टरनेटिव सोशल मीडिया चैनल्स कह सकते हैं
हो सकता है आपको ऐसे चैनेल्स की जानकारी हो पर शायद आपने उन पर गौर नही किया होगा क्योकिं ऐसी गोल्डन  अपरच्यूनिटी यानी सुनहरे मौके हमेशा किसी काम की शक्ल में होते हैं और अधिकांश लोग काम से बचना चाहते हैं। इसीलिये आपने भी ऐसे मौके को छोड़ दिया हो ।

लेकिन सबसे बड़ी समस्या सचमुच सही अल्टरनेटिव चैनल्स की पहचान करने मे आती है क्योकिं भेड़ की खाल में भेड़िया भी होते हैं। ऐसा हमेशा होता आया है और होता रहेगा।
इसका एक ही उपाय है, वो है हमारी समझदारी, हम कितने पढ़े लिखे,अनुभवी और समझदार हैं इन सबकी परीक्षा ऐसे सही गलत मौको को पहचानने में होती हैं

आम लोग ऐसे अवसरो को शक की नजर से देखते हैं बिना जाच पड़ताल किये और ऐसे शानदार मौको को ऐसे ही टरका देते हैं, जिसका अहसास उनको  काफी वक्त बाद होता है , जबकि समझदार व्यक्ति ऐसे मौको को अवसर यानी अपोरच्यूनिटी के रूप में देखता है और उसको समझने के लिये उसकी जाँच पड़ताल करता है ,अगर ऐसी परीक्षा में वह अवसर सही निकलता है और उसकी  सारी शंकाये दूर हो जाती हैं तो तब उस मौके को हाथ से जाने नहीं देता है,जो समय के साथ उसको हमेशा इस तेज गति से बदलती दुनिया में हमेशा आगे रखता है, उसका काम तेज गति से आगे बढ़ता है।
ऐसे ही लोग सफल होते हैं, लीडर होते हैं, विजेता होते हैं ।तब बाकी लोग उनका ही अनुसरण यानी फोलो करने लगते हैं।
यह हमारी सझदारी पर निर्भर करता है कि हम दूसरों को फोलो करें या लोग हमें फोलो करें।

अगर आप भी ऐसे अल्टरनेटिव चैनल्स का फायदा उठाना चाहते हैं तो मुझे पूछ सकते हैं।

आपका शुभचितंक...

रवींद्र भट्ट

9891773879


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